चुनौ तैं
नजिक द्येखि,
नेता छन
अकताणा,
हे! वोट द्यवा हम्तैं,
कना छन
गगजाणा।
जंता रै
ख्वजण लगिं,
पांच
साल फंसोरि सेन,
जंता की
मति हरिक,
चुनौ
जिति फिर नि ऐन।
जंता
बांटी राज करा,
या
ह्वन्दि नेतौं की चाल,
बैरा
ह्वे जान्दा जितिक,
भारी
मोटी तौंकी खाल।
उत्तराखण्डा
सब्बि नेता,
अब
लगौणा छन मण्डाण,
मुण्ड
कपाळ जन भि हो,
जितिक देरादूण जाण।
जंता
त्येरी सदानि जय हो,
नेतौं
की जिन्दगी त्येरा हात,
चुनौं
मा वैतरणि पार करौणु,
यु भिछ
बल त्येरा हात।
बल,चुनौं न्यौड़ु द्येखि नेता,
निंद
त्यागि बिजिग्यन,
जीत
कनुकै मिललि अब,
जुगाड़
मा सब्बि लगिग्यन।
जगमोहन
सिंह जयाड़ा “जिज्ञासू”
दूरभाष:
9654972366 7/12/2021
No comments:
Post a Comment