कुलदेवी माँ चन्द्रबदनी की,
अषीम कृपा सी,
आपकी दुआ सी मैं,
30 नवम्बर, 2014 कू,
प्रिय नाती का,
दादा बणिग्यौं,
जल्म लेण का कारण,
बोला त बुढ़या ह्वैग्यौं,
जन कि लाेग बोल्दा छन,
भारी खुश होयुं छ,
यू मेरु कविमन,
खुशी कू रैबार अपणु,
आप सब्यौं तक,
पौंछौणु छौं,
प्यारा दगड़्यौं.....
-जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिज्ञासु",
दिनांक: 01.12.2014
आपकी दुआ सी मैं,
30 नवम्बर, 2014 कू,
प्रिय नाती का,
दादा बणिग्यौं,
जल्म लेण का कारण,
बोला त बुढ़या ह्वैग्यौं,
जन कि लाेग बोल्दा छन,
भारी खुश होयुं छ,
यू मेरु कविमन,
खुशी कू रैबार अपणु,
आप सब्यौं तक,
पौंछौणु छौं,
प्यारा दगड़्यौं.....
-जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिज्ञासु",
दिनांक: 01.12.2014
No comments:
Post a Comment