उत्तराखण्ड एकता मंच तैं समर्पित मेरा द्वारा रचित कविता/गीत।
सुणा सुणा हे उत्तराखण्ड्यौं,
सुणा सुणा हे उत्तराखण्ड्यौं,
एक जुट एक मुट्ट ह्वै जावा,
अपणि ताकत तैं पछाणा,
पहाड़ सी तुम बणि जावा....
दर्द भरीं यीं दिल्ली मा,
एक जुट एक मुट्ट ह्वै जावा,
गंगा जी का मैति छौं हम,
अपणा मुल्क कू मान बढ़ावा....
कब तक पिछ्नै रैल्या तुम,
मन कू मैल बगै देवा,
उत्तराखण्ड एकता मंच तैं,
अपणु समर्थन तुम देवा......
-जगमोहन सिंह जयाड़ा 'जिज्ञासू'
सर्वाधिकार सुरक्षित
दिनांक 2.8.2016
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