हौळ लगौन्दा,
मोळ धोल्दा,
घास का भारा ल्हौन्दा,
ब्वै बाबु सी डरदा,
भाण्डा भी मंजौन्दा,
खाणौं बणौन्दा,
स्कूल जा बेटा,
ब्वै बाब नौना तैं,
यनु नि बतौन्दा,
खटटी मिठठी दूर की बात,
कब्बि नि रुसेन्दा,
संस्कारी होन्दा.....
अब का नौना....
पक्क पकैयुं खान्दा,
इंगलिश स्कूल मा जान्दा,
हौळ मोळ दूर की बात,
कन्दुड़ फर लीड कोचिक,
गीत सुण्दु सुण्दु,
सुबेर सात बजि तक,
सुनिन्द से जान्दा,
पिज्जा, बर्गर, चौमिन,
खूब खान्दा,
डौर नाम की चीज निछ,
संस्कार हीन होन्दा......
-जगमोहन सिंह जयाड़ा जिज्ञासू,
सर्वाधिकार सुरक्षित
दिनांक 28.7.2016
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