प्यारा पहाड़ सी दूर हे......
सारी पृथी डबखणु छौं,
वा रसाण औणि निछ,
ज्व छ मेरा पहाड़ मा,...
लौंकदि कुयेड़ि,
ऊंचि धार,
हैंस्दि हिंवाळि कांठी,
डांड्यौं की हर्याळि,
निछ निछ मैंन देख्यालि,
प्यारा पहाड़ सी दूर हे......
सारी पृथी डबखणु छौं,
वा रसाण औणि निछ,
ज्व छ मेरा पहाड़ मा,...
लौंकदि कुयेड़ि,
ऊंचि धार,
हैंस्दि हिंवाळि कांठी,
डांड्यौं की हर्याळि,
निछ निछ मैंन देख्यालि,
प्यारा पहाड़ सी दूर हे......
-जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिज्ञासु"
दिनांक: 18.9.2014
दिनांक: 18.9.2014
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