अवा लो भात खाण .....
बोडा जी बोन्ना,
अवा लो,
भात खाण खाण,...
बरातिन पैटण झटट,
अपणा सुलार कुर्ता पैरा,
खास पटटी बिटि बरातिन,
डिंडला तरी,
भागीरथी पार जाण,
छिलकौं की मुटट धरिं छन,
वन भी रात ह्वै जाण,
वख हम्न टैम फर जाण,
पौंणख होलि वख भारी,
दाळी की पकोड़ी,
घर्या घ्यू भी खाण.
अवा लो भात खाण......
बोडा जी बोन्ना,
अवा लो,
भात खाण खाण,...
बरातिन पैटण झटट,
अपणा सुलार कुर्ता पैरा,
खास पटटी बिटि बरातिन,
डिंडला तरी,
भागीरथी पार जाण,
छिलकौं की मुटट धरिं छन,
वन भी रात ह्वै जाण,
वख हम्न टैम फर जाण,
पौंणख होलि वख भारी,
दाळी की पकोड़ी,
घर्या घ्यू भी खाण.
अवा लो भात खाण......
-जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिज्ञासु"
दिनांक: 18.9.2014
दिनांक: 18.9.2014
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