स्व. इन्द्रमणि बडोनी जी,
आपन कनु करि कमाल,
उत्तराखण्ड आन्दोलन की,
प्रज्वलित करि मशाल.
जन्म २४ दिसम्बर, १९२५,
टिहरी, जखोली, अखोड़ी ग्राम,
उत्तराखण्ड का इतिहास मा,
दर्ज करि अपणु नाम.
आज धन्य होयिं छ,
आपकी जन्मभूमि अखोड़ी,
उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति सी पैलि,
जीवन यात्रा करिक छोड़ी.
उत्तराखण्ड राज्य कू सुपिनु,
आज होयुं छ साकार,
उत्तराखण्ड की जनता फर,
आपकु छ भारी ऊपकार.
अहिंसक उत्तराखण्ड आन्दोलन,
जैका आप था सूत्रधार,
आपकु अथक संघर्ष अर प्रयास,
पहाड़ फर छ परोपकार.
पहाड़ कू विकास कनु हो,
कनु हो संस्कृति कू सृंगार,
राज्य प्राप्ति कू सुपिनु,
आपकी कल्पना सी ह्वै साकार.
पहाड़ का खातिर समर्पित जीवन,
प्रमुख था वैका सरोकार,
संकल्प पहाड़ कू चहुंमुखी विकास,
जन-जन की आस अर आधार.
उत्तराखण्ड आन्दोलन का अग्रदूत,
"पहाड़ का गांधी"आपतैं शत शत नमन,
भागीरथ प्रयास साकार आपकु,
प्रगति पथ फर अग्रसर पर्वतजन.
रचनाकार: जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिज्ञासु"
(सर्वाधिकार सुरक्षित एवं प्रकाशित 27.2.2011
मैन अखोड़ी निवासी श्री बी.यस. रावत जी का अनुरोध फर या कविता स्व. इन्द्रमणि बडोनी जी फर लिखि. आशा छ पाठक पसंद करला.
http://www.pahariforum.net/forum/index.php/topic,37.105.html
गढ़वाळि कवि छौं, गढ़वाळि कविता लिख्दु छौं अर उत्तराखण्ड कू समय समय फर भ्रमण कर्दु छौं। अथाह जिज्ञासा का कारण म्येरु कवि नौं "जिज्ञासू" छ।दर्द भरी दिल्ली म्येरु 12 मार्च, 1982 बिटि प्रवास छ। गढ़वाळि भाषा पिरेम म्येरा मन मा बस्युं छ। 1460 सी ज्यादा गढ़वाळि कवितौं कू मैंन पाड़ अर भाषा पिरेम मा सृजन कर्यालि। म्येरी मन इच्छा छ, जीवन का अंतिम दिन देवभूमि उत्तराखण्ड मा बितौं अर कुछ डाळि रोपिक यीं धर्ति सी जौं।
Monday, February 28, 2011
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स्व. इन्द्रमणि बडोनी जी, आपन कनु करि कमाल, उत्तराखण्ड आन्दोलन की, प्रज्वलित करि मशाल. जन्म २४ दिसम्बर, १९२५, टिहरी, जखोली, अखोड़ी ग्राम, उत्...
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