राजनीति में बूढ़े नेता,
एक बड़ी नादानी है,
वोट मुझे ही देना वोटर,
मुझे सरकार बनानी है।
मंदिर वहीं बनेगा मित्रों,
कोर्ट का निर्णय आने दो,
थोड़ा धैर्य और रखो,
मुझे सरकार बनाने दो।
अच्छे दिन दिखाए थे,
चल रही कहानी है,
धैर्य रखो प्यारे मित्रों,
मुझे सरकार बनानी है।
चीन को चिढ़ाया मैंने,
पाकिस्तान पानी-पानी है,
देश का मान बढ़ाया,
मुझे सरकार बनानी है।
विपक्ष बहुत डरा हुआ है,
मेरी सरकार आनी है,
एक मौका और दे दो,
नहीं तो बड़ी नादानी है।
खाया नहीं न खाने दूंगा,
स्वच्छ सरकार चलानी है,
जनता तेरी जय हो,
मुझे सरकार बनानी है।
जन सेवक हूँ, सुनो हे! मित्रों,
मुझे सरकार बनानी है,
ठग बंधन से दूर रहना,
ये एक नयी कहानी है।
-जगमोहन सिंह जयाड़ा जिज्ञासू , 6/6/2019
मई.2019 में होने वाले चुनाव के संदर्भ में रचियत मेरी कविता।
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