हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा,
देश हमारा हिन्दुस्तान,
लिखी और बोली जाती,
जिस पर है हमें अभिमान।
मन में विचार कीजिए,
क्या रखते हैं हम, हिंदी का ध्यान,
14 सितम्बर को ही न करें,
राष्ट्रभाषा का सम्मान।
अंग्रेज तो चले गए,
बन गए अंग्रेजी के गुलाम
आज उन्हीं की भाषा में,
क्यों करते हैं प्रणाम?
आओ मिलकर संकल्प लें,
हिन्दी को दिलाएं, अन्तराष्ट्रीय पहचान,
हम सभी हैं भारतवासी,
हिन्दी हमारी शान।
जिस देश के वासी करते हैं,
भाषा और संस्कृति का सम्मान,
विश्व पटल पर मिलती उन्हें,
एक खास पहचान।
भाषा से ही होती है,
हर देश की पहचान,
हिन्दुस्तान है देश हमारा,
हिन्दी हमारी शान।
)हिन्दी पखवाड़ा-2019 के लिए रचित मेरी कविता। जगमोहन सिंह जयाड़ा 19/9/2019)
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