Wednesday, January 23, 2013

"आपका ख़त"


हमारे पास भी आय़ा,

हमारे लिए नहीं था फिर भी,

फेसबुक हमारे पास लाया,

पढ़कर पता लगा,

आपकी कुशल क्षेम का,

कामना है,

ये ख़त आपके उन तक,

जरूर पहुंचा होगा,

जबाब का इन्तजार,

हो सके तो जरूर करना 

-जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिज्ञासु"

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